जोधपुर, जैसलमेर और बीकानेर तीन राज्य थे जो भौगोलिक दृष्टि से पाकिस्तान से जुड़े थे। उनके महत्व को समझते हुए, जिन्ना ने जोधपुर के महाराजा हनवंत सिंह से एक अनूठा प्रस्ताव के साथ संपर्क किया था। जिन्ना ने महाराजा को एक हस्ताक्षरित खाली कागज़ सौंपकर कहा, "आप अपनी सभी शर्तों को भर सकते हैं।" लेकिन हनवंत सिंह अधिक समय चाहते थे और घर लौट आए।

कुछ दिनों बाद लॉर्ड माउंटबेटन ने उनसे मुलाकात की और उन्हें समझाया कि पाकिस्तान के साथ उनके एकीकरन उन्हें कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें याद रखना अच्छा होगा कि उनका राज्य, जोधपुर और उसके आसपास के राज्य मुख्य रूप से हिंदू थे। उन्होंने महाराजा को याद दिलाया के पाकिस्तान में एकीकरन राज्य के अंदर सांप्रदायिक परेशानी का कारण बन सकता है। महाराजा ने भारत से अधिक अनुकूल शर्तों की मांग करते हुए वी.पी. मेनन को बताया कि जिन्ना पाकिस्तान में प्रवेश करने के लिए किसी भी शर्त का पालन करने के इच्छुक थे। उस पल की गर्मी में अपने रिवाल्वर को निकाला किन्तु मेनन शांत थे। ऽइस तरह के किशोर नाटकीय में शामिल न होंऽ मेनन ने महाराजा को शांतिपूर्वक उनसे आग्रह किया कि वे झूठे वादों का शिकार न बनें।

अंत में महाराजा ने भारत के पक्ष में प्रवेश के साधन पर हस्ताक्षर किए और जोधपुर को भारतीय संघ में एकीकृत किया गया।

DC Identifier
19YY-EXB-CS-JDP-3
DC Location
Jodhpur, India
Free tags
DC Format
jpg
DC Language
English
DC Type
Image
Subject Classification
Princely States
Jodhpur

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